प्रदूषण से बचने और हवा में ऑक्सीजन के स्तर को बनाए रखने के लिए दुनिया में नई पहल सामने आई है जिसमे एल्गी यानी हरी काई के पेड़ जगह जगह लगाए जा रहे हैं।
यूरोपीय मीडिया के अनुसार इस तरह की पहल सर्बिया से हुई है और इसके फायदों को देखते हुए अन्य यूरोपीय देश या तो इसे लगाना शुरू कर चेक हैं या फिर इसकी प्लानिंग कर रहे हैं।
काई का यह पेड़ बनाने की पहल दो साल पहले बेलग्रेड यूनिवर्सिटी से शुरू हुई थी और कोई छह सौ लीटर पानी में माइक्रोब्लॉगिंग हरी काई के ये डिब्बे उतने प्रभावी है कि वो आसपास की हवा दो बड़े पेड़ या दो सौ मीटर हरियाली के बराबर साफ कर सकते हैं।
सबसे बड़ी बात यह है कि इन डिब्बों को वहां भी लगाया जा सकता है जहां पेड़ लगाने की जगह न हो।
लेकिन इसका कुछ लोग इस तर्क के साथ विरोध कर रहे हैं कि यह नई पहल कहीं लोगों को पेड़ पौधों से और दूर न ले जाए।
बहरहाल आदमी अब पर्यावरण को बचाने के लिए तरह तरह की पहल कर रहा है और उसके तहत ही भीड़ भाड़ वाली जगहों पर वर्टिकल फार्मिंग तो अपने देश में भी दिखने लगी है पर देखना है कि ये काई के पेड़ कब तक अपने देश पहुंचते हैं।