चौंकानेवाली राजनीति के तहत सपा मुखिया अखिलेश यादव ने रायबरेली में न सिर्फ बसपा के संस्थापक अखिलेश यादव की प्रतिमा का अनवरण किया बल्कि कांशीराम और मुलायम सिंह के सपनो को पूरा करने का संकल्प भी लिया।
सपा अध्यक्ष ने बसपा पर हमला बोलते हुए कहा कि जो काम कांशीराम के वारिसों को करना चाहिए था वो नहीं हो रहा इसलिए इस महान नेता के ज्यादातर समर्थक अब सपा में हैं और हम कांशीराम के सपनो को जरूर पूरा करेंगे।
अखिलेश यादव के इस बयान के राजनीतिक मायने तो निकाले ही जा रहे हैं साथ ही यह उनके इरादों को भी साफ करता है।
उन्होंने कहा कि भले मान्यवर कांशीराम की मूर्ति लगवाने में समाजवादियों की भूमिका हो पर इससे सबसे ज्यादा खुश तो कांशीराम के अनुयायियों को होना चाहिए और अगर वो खुश नहीं होते तो इसका मतलब है वो कांशीराम के अनुयाई नहीं हैं।