क्या भारत को अगले महीने होने जा रही है ओलंपिक कमेटी की बैठक में दुनिया के सबसे बड़े खेल महाकुंभ की मेजबानी करने का अवसर मिलेगा भारत की मजबूत दावेदारी के बावजूद यह बड़ा सवाल है।
भारत ने कभी भी ओलंपिक की मेजबानी नहीं की है और अब वह गुजरात मे 2036 में ओलंपिक खेल आयोजित करना चाहती है।
अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) की 15 से 17 अक्टूबर तक मुंबई में होने जा रही 140 वीं वार्षिक बैठक में भारत की इस मजबूत दावेदारी पर फैसला होना है पर बैठक के पहले ही मोदी सरकार के ट्रैक रिकॉर्ड को लेकर जिस तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं वो इस दावेदारी पर बड़ा सवाल उठाते है।
खतरा है की स्पोर्ट एंड राइट्स एलायंस और ओलंपिक कमेटी ने मई मे भारत के ख़राब मानवाधिकारों, मीडिया पर हमले और भारतीय एथलीटों की दुर्दशा को लेकर जो सार्वजनिक आलोचना की थी उसकी बात इस बैठक में भी उठ सकती है।
तब दोनों संगठनो ने कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृज भूषण सिंह के खिलाफ दिल्ली में प्रदर्शन कर रही महिला एथलीटों के साथ भारतीय अधिकारियों के व्यवहार की निंदा की थी।
सुरक्षा बलों ने ओलंपिक पदक विजेताओं सहित महिला पहलवानों के साथ भी दुर्व्यवहार किया था और उन्हें हिरासत में लिया था जिन्होंने उनपर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे और इस बैठक मे कुछ लोग दुनिया से हर तरह की गैर बराबरी मिटाने के ओलंपिक ऐन्थेम को याद करके भारत की दावेदारी का विरोध कर सकते हैं।