आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और तेलुगू देशम पार्टी के अध्यक्ष एन. चंद्रबाबू नायडू को स्किल डेवलपमेंट घोटाले में शनिवार सुबह गिरफ़्तार कर लिया गया।
उस समय चंद्रबाबू नायडू आंध्र प्रदेश के नंदयाल ज़िले के दौरे पर थे ।
इसके कुछ देर बाद ही विशाखापट्टनम से नायडू सरकार में मंत्री रहे गंता श्रीनिवास राव को भी सुबह छह बजे के क़रीब बस से उतारकर गिरफ़्तार कर लिया गया।
चंद्रबाबू नायडू को धोखाधड़ी (आईपीसी 420) और आपराधिक साज़िश (आईपीसी 120बी) के आरोप में गिरफ़्तार किया गया है।
गिरफ़्तारी के दौरान चंद्रबाबू नायडू ने अपने खिलाफ दर्ज मामले के सुबूत मांगे तो पुलिस ने खा कि स्किल डेवलपमेंट घोटाले (कौशल विकास मामले) के सबूत हाई कोर्ट में रिमांड रिपोर्ट में केए समय दिए जाएंगे।
तेलंगाना बनने के बाद आंध्र प्रदेश के विकास के लिए सीमेंस और डिज़ाइन टेक सिस्टम्स जैसी कंपनियों को शामिल करते हुए निजी संस्था की भागीदारी से आंध्र प्रदेश स्टेट स्किल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन का गठन किया गया था जिसका उद्देश्य राज्य के युवाओं को प्रशिक्षित करना था।
समझौते के तहत आंध्र प्रदेश के छह स्थानों पर स्किल डेवलपमेंट केंद्र स्थापित किए गए और इंजीनियरिंग कॉलेज खोले गए।
इसके तहत स्किल डेवलपमेंट के लिए छह क्लस्टर बनने थे और प्रत्येक क्लस्टर पर 560 रुपये ख़र्च होने थे और तब की नायडू सरकार ने अपने हिस्से की दस प्रतिशत यानी 371 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया जिसमे ही घोटाले का आरोप है ।