जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग का सबूत अब भारत में भी सामने आने लगा है और इसी का नतीजा है की राजस्थान में बारिश लगातार बढ़ रही है और मानसून पूर्व होने वाली बारिश तो इस साल 3 गुना तक बढ़ चुकी है।
सामान्य रूप से सूखे के लिए योजनाएं बनाने वाला राजस्थान अब बारिश से निपटने की रणनीति बनाने में व्यस्त हैं और इस साल प्री मानसून बारिश ही अब तक 3 गुना ज्यादा हो चुकी है।
राजस्थान में मई माह के दौरान हुई बारिश ने तो 105 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
राज्य में मई में सामान्य तौर पर 13.6 मिमी बारिश होती थी जो अब 62.4 मिलीमीटर तक बढ़ चुकी है।
पूर्वी राजस्थान के मुकाबले पश्चिमी राजस्थान में अधिक बारिश हुई जबकि पश्चिमी राजस्थान का ज्यादातर हिस्सा मरुस्थल है और इस क्षेत्र का सूखे का लंबा इतिहास रहा है।
भारत में जलवायु परिवर्तन का असर जहाँ सबसे ज्यादा दिख रहा है, उसमें राजस्थान प्रमुख है और शुष्क मौसम के लिए कुख्यात राजस्थान में अब बाढ़ तक आने लगी है।
बड़ी बात यह है कि राजस्थान के लोग बाढ़ से निपटना नहीं जानते जबकि सूखे से निपटने की तो उनको आदत है।