आईपीएल घोटाले में पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान महेंद्र सिंह धोनी जी मीडिया के गले की फांस बन चुके हैं और उनके द्वारा पूछे जा रहे सवालों से बचने के लिए इस मीडिया घराने ने अब हाईकोर्ट की शरण ली है।
ज़ी मीडिया ने मद्रास उच्च न्यायालय में एक अपील दायर करके नौ साल पहले अपने खिलाफ दायर मानहानि के मुक़दमे में एमएस धोनी द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब देने का निर्देश देने वाले एक आदेश को रद्द करने की मांग की है।
पिछले साल जुलाई में, मद्रास उच्च न्यायालय ने धोनी को “17 सवालों के सेट” के साथ ज़ी मीडिया से पूछताछ की अनुमति दी थी।
2014 में धोनी ने मानहानि मुकदमे में आरोप लगाया गया था की ज़ी न्यूज़ ने उन्हें आईपीएल सट्टेबाजी घोटाले से जोड़ने वाली झूठी खबरों को प्रसारित किया।
ज़ी के अलावा मुकदमे में पत्रकार सुधीर चौधरी और आईपीएल अधिकारी संपथ कुमार को नामजद करते हुए धोनी ने 100 करोड़ रुपये के हर्जाने की मांग की थी।
धोनी उस समय चेन्नई सुपरकिंग के कप्तान थे और आईपीएस संपथ कुमार ने इस घोटाले की जांच की थी।
उच्च न्यायालय ने ज़ी न्यूज़ और अन्य को “अपमानजनक बयान देने” से रोकने के लिए एक अंतरिम निषेधाज्ञा पाने के लिए जो लिखित बयान दर्ज कराये थे, उसके बाद धोनी ने एक और आवेदन दायर किया है जिसमें आरोप लगाया गया कि सुधीर कुमार के लिखित बयान में मानहानि के साफ उदाहरण मौजूद हैं।
ज़ी की अपील को अदालत पिछली नवंबर में खारिज कर चुकी है पर अब मीडिया हाउस ने उच्च न्यायालय में एक और अपील दायर की है।