पाकिस्तान की हिंदू काउंसिल पिछले कुछ समय से दोनों देशों के बीच धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देकर भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में सुधार की नई कोशिशों में लगी है।
इसी के तहत अब उसने भारत सरकार को पाकिस्तान की अपनी सरकार की मार्फत एक प्रस्ताव भेजा है जिसमें चार्टर्ड प्लेन से आने वाले संपन्न तबके के हिंदू, सिख और मुस्लिम तीर्थ यात्रियों को हवाई जहाज से धार्मिक स्थलों की यात्रा करने देने की अनुमति मांगी है।
पाकिस्तानी दूतावास के जरिए भारत की मोदी सरकार को भेजे गए प्रस्ताव में हर हफ्ते ऐसी दो उड़ने शुरू करने जीवन है जो लोगों को धार्मिक स्थलों की यात्रा कराएगी और इनमें से एक लाहौर और दूसरी कराची से चलेगी।
वैसे तो 2019 से भारत और पाकिस्तान के बीच आने जाने और व्यापार सहित लगभग सभी तरह के रिश्ते बंद हैं पर बहुत सीमित संख्या में लोगों को अटारी और बाघा बार्डर से सड़क मार्ग के जरिए आने जाने की इजाजत दी जाती है।
मोटे तौर पर पाकिस्तानी कोई डेढ़ सौ मुस्लिम और दो दर्जन हिंदू और गैर मुस्लिम धार्मिक स्थलों की यात्रा करने लिए उत्सुक रहते हैं।
भारत ने अभी न तो इस प्रस्ताव को खरी किया है और ना मंजूर पर जानकर बताते हैं कि श्रीनगर से शारजाह की फ्लाइट को पाकिस्तान द्वारा अपने आसमान से गुजरने ना देने की टीस को भारत भुला देगा यह देखने वाली बात होगी।
वैसे पाकिस्तान में नए साल पर 100 साल पुराने श्री परमहंस जी महाराज मंदिर में भारत, अमेरिका और खाड़ी देशों के हिंदू श्रद्धालुओं को पूजा-अर्चना करवाकर पाकिस्तान की सरकार ने रिश्ते सुधारने की कोशिश भी की है।