इतिहास में पहली बार पाकिस्तान के नए राजदूत को अमेरिका अपने देश में बतौर राजदूत स्वीकार करने को तैयार नहीं है क्योंकि वह उसे जिहादी या आतंकवाद का समर्थक मानता है।
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के पिछली साल अगस्त तक राष्ट्रपति रहे मसूद खान को पाकिस्तान की इमरान सरकार ने नवंबर माह में अमेरिका के लिए अपना नया राजदूत घोषित किया था पर इस नियुक्ति को ना तो अभी तक अमेरिका ने मंजूरी दी है और ना देने के मूड में है।
रिपब्लिकन नेता और पेंसिल्वेनिया राज्य से अमेरिकी सीनेट के सदस्य स्कॉट पेरी ने तो राष्ट्रपति बाइडेन से खान को जिहादी बताते हुए इस तैनाती को नामंजूर करने की मांग की है।
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तानी की राजनयिक सेवा के अधिकारी मसूद खान चीन में राजदूत रहे है और संयुक्त राष्ट्र में भी पाकिस्तान के स्थाई प्रतिनिधि के तौर पर काम किया है और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत के खिलाफ दुष्प्रचार में वो हमेशा आगे रहा करते हैं।
2016 में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने खान को पाकिस्तानी कश्मीर का राष्ट्रपति बनाया था।
बहरहाल पाकिस्तान अब इसके लिए भारत पर दोष लगा रहा है और उसका कहना है कि अमेरिका भारत के दबाव में ऐसा कर रहा है।