वाशिंगटन पोस्ट ने शोध में पाया है कि फेसबुक और व्हाट्सएप भारत में सांप्रदायिक नफरत और विभाजन को बढ़ावा दे रहे हैं जिससे भाजपा की मदद कर रहा है।
वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट में कहां गया है की व्हाट्सएप और फेसबुक को संचालित करने वाली संस्था मेट मेट नफरती कंटेंट को न सिर्फ बढ़ावा देती है बल्कि विपक्ष की आवाज को भारत में एल्गोरिथम के जरिए दबाने की कोशिश भी करती है इसके सबूत अखबार मार्क जुकरबर्ग को सौंप चुका है
भारत के 28 राजनीतिक दलों के गठबंधन इंडिया की ओर से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और नेता राहुल गांधी ने मार्क जुकरबर्ग और सुंदर पिचाई को पत्र लिखकर फेसबुक व्हाट्सएप और यूट्यूब जैसे एप्लिकेशन को दुरुस्त करने और विपक्ष के साथ भी न्याय करने की मांग की है।
पत्र पर उद्धव ठाकरे, शरद पवार और 16 अन्य भारतीय नेताओं के हस्ताक्षर हैं।