सोशल मीडिया पर चर्चा गर्म है कि मध्य प्रदेश में जिस व्यक्ति पर भाजपा कार्यकर्ता ने पेशाब किया था उसे तो गायब कर दिया गया है और उसकी जगह एक नकली व्यक्ति को पेशाब पीड़ित बताकर पेश कर दिया गया है।
यही नहीं दावा है इसी नकली पेशाब पीड़ित का पैर धोकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश की है ।
इस बारे में कांग्रेस पार्टी समेत सोशल मीडिया पर कई लोग सक्रिय हैं जो दावा कर रहे हैं कि जिस दशमथ रावत को इस समय पेशाब पीड़ित बताया जा रहा है वह 30- 35 साल का व्यक्ति है जबकि जिस व्यक्ति पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने पेशाब किया था वह मुश्किल से अट्ठारह साल का लड़का था ।
लोगों की यह भी चिंता है असली नकली के खेल में कहीं जुगत पर पेशाब करने वाले भाजपा कार्यकर्ता प्रवेश शुक्ला के बच निकलने का रास्ता ना तैयार कर दिया जाए।
फिलहाल असली नकली के खेल में विवाद इतना है कि कुछ भी तय कर पाना आसान नहीं है।