बहुजन समाज पार्टी की सर्वेसर्वा मायावती ने यूपी चुनाव में हार पर सफाई देते हुए कहा है कि भाजपा ने दलित समाज को यह कहकर गफलत में डाल दिया और उनके वोट हासिल कर लिए कि अगर भाजपा की सरकार बनी तो इस बार मायावती को राष्ट्रपति बनाया जाएगा।
उनका कहना है कि दलित समाज को यह समझाया गया कि अगर उन्होंने भाजपा की सरकार बनवाई तो मायावती के राष्ट्रपति बनने का रास्ता साफ हो जाएगा।
एक बयान में मायावती ने कहा कि इस तरह का ऑफर पहले कांशीराम को भी एक जमाने में दिया गया था और उनके लिए तो ऐसी कोई बात है ही नहीं और अगर होगी भी तो वो उसे इंकार कर देंगी।
इस बीच मायावती ने रविवार को हुई समीक्षा बैठक के बाद पार्टी में सेक्टर प्रभारी व भाईचारा कमेटी की व्यवस्था को खत्म कर दिया है और अब हर तीन मंडलों को मिलाकर ज़ोन बनाया गया है और पूरे यूपी के तीन प्रभारी होंगे जो मायावती को सीधे रिपोर्ट करेंगे ।
ये हैं मुनकाद अली,राजकुमार गौतम और डॉक्टर विजय प्रताप।
इसके साथ ही मायावती ने अपने। भतीजे आकाश आनंद को अपने बाद दूसरा सबसे बड़ा पद नेशनल कोऑर्डिनेटर का दे दिया है।