मोदी सरकार अगर संसद के अगले सत्र में समान नागरिक संहिता लागू करने का मसौदा दस्तावेज लेकर आती है तो कांग्रेस इसका पुरजोर विरोध संसद के भीतर और बाहर करेगी इस आशय का फैसला आज हुई बैठक के बाद कांग्रेस ने ले लिया है ।
यही नहीं कॉन्ग्रेस सरकार के दस्तावेज के खिलाफ अपना भी एक रिपोर्ट तैयार करेगी कि समान नागरिक संहिता क्यों जरूरी नहीं है और इसको लागू करने से संविधान की भावना कैसे आहट होती है और इसका समाज पर क्या दुष्प्रभाव पड़ेगा ।
कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में हुई बैठक में कहां गया कि समान नागरिक संगीता से सभी धर्मों यहां तक कि आदिवासियों के भी रीति रिवाज और शादी ब्याह एक जैसे हो जाएंगे जो तमाम विवाद विवादों को जन्म देगा और अभी इसकी कोई जरूरत भी नहीं है ।
बैठक में यह भी कहा गया कि समान नागरिक संहिता लागू करने से पहले भाजपा को चाहिए क्यों वह हिंदू समाज के बीच व्याप्त छुआछूत समाप्त करवाएं और दलितों को हिंदुओं के सब सभी अधिकार मंदिरों में प्रवेश सहित दिलवाए वरना समान नागरिक संहिता तो हिंदू समाज में ही लागू नहीं हो पाएगी।