राष्ट्रीय जांच एजेंसी दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दाखिल करके कश्मीरी नेता यासीन मलिक की आजीवन कारावास की सजा को फांसी में बदलने की मांग की है।
एनआईए की ओर से दाखिल याचिका में जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के नेता यासीन मलिक को आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने और उनके लिए लगातार धन मुहैया कराने का दोषी करार देते हुए उनके आजीवन कारावास की सजा को फांसी में बदलने की मांग की है ।
उल्लेखनीय है कि यासीन मलिक 1 साल से जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं।
यासीन मलिक जम्मू कश्मीर की कई बड़ी आतंकवादी गतिविधियों में शामिल रहे हैं ।
घाटी में 1990 के दशक के आतंकवाद के बड़े चेहरे रहे यासीन मलिक पर जनता को उस समय भड़काने का भी आरोप है जिसकी वजह से कश्मीरी पंडितों को घर छोड़ना पड़ा था।
इसके साथी ही रुबिया सईद का अपहरण और चार वायु सैनिकों की हत्या का आरोप भी यासीन पर लगा है।