अब खबर मिल रही है कि जिस तुर्की पिस्टल जिगाना से शूटरों ने माफिया अतीक और उसके भाई की प्रयागराज में जान ली वो पाकिस्तान में बनी नकली जिगाना पिस्टल है जो कुल पांच हजार रुपयों में आसानी से मिल जाती है।
प्रयागराज के इस चर्चित दोहरे हत्याकांड में यह सवाल भी उठाए जा रहे थे कि इन तीन शूटरों के पास तुर्की की बनी जिगाना पिस्टल आखिर आई कहां से क्योंकि एक पिस्तौल कीमत ही सात लाख से ज्यादा बैठती है और यह देश में प्रतिबंधित भी है।
पर अब खबर आ रही है कि कम उम्र के इन शूटरों ने जिस पिस्तौल का इस्तेमाल किया था वो तुर्की की बनी असली पिस्तौल नहीं बल्कि पाकिस्तान में बनी उसकी नकली कॉपी है जो मात्र पांच हजार भारतीय रुपयों में आ सकती है पर जब तक बारीक से जांच ना की जाए कोई नही कह सकता कि यह नकली जिगाना है।
एक शूटर के पास से गिरकान पितौल मिली है और यह भी पाकिस्तान की एक वेबसाइट के अनुसार सत्तर / पचहत्तर हजार में उपलब्ध है।
दरअसल पाकिस्तान के बलूचीस्तान में यह हथियार ने हैं और कहते है कि कोई पच्चीस हजार लोगो इस धंधे से रोटी कमा रहे हैं।