भारतीय समय के अनुसार रात 12 बजे अमेरिका केे पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प मैनहट्टन की अदालत में पेश हुए और उन्हें गिरफ्तार करने के बाद रिहा कर दिया गया और उम्मीद है कि इन आरोपों को लेकर जनवरी 2024 में उन पर मुकदमा चलेगा।
किसी आपराधिक मामले में गिरफ्तार होने वाले ट्रम्प अमेरिका के पहले राष्ट्रपति हैं।
मैनहट्टन कोर्ट में जज ने उन्हें ग्रैंड ज्यूरी की तरफ से लगाए गए आरोप सीलबंद लिफाफे में थमा दिए और आदेश दिया कि ट्रंप को पोर्न फिल्म स्टार स्टॉर्मी डैनियल को 1 लाख 22 हजार डॉलर का हर्जाना दें क्योंकि उन्होंने उसे चुप रहने के लिए मजबूर किया है पर ट्रंप ने कोर्ट से कहा वो बेकसूर हैं और 34 मामलों में उन पर लगाए जा रहे आरोप बेबुनियाद हैं।
पेशी के बाद ट्रम्प फ्लोरिडा लौट आए हैं और वे न्यूयॉर्क के मैनहट्टन कोर्ट में कड़ी सुरक्षा के बीच पेश हुए थे।
न्यूयॉर्क की सड़कों पर 35 हजार से ज्यादा पुलिस वाले और सीक्रेट सर्विस के एजेंट तैयार थे और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति खुद भी 8 कारों के काफिले के साथ अपने सुरक्सेषा दस्ते को लेकर अदालत पहुंचे थे।
सुनवाई के बाद ट्रम्प ने कहा कि सनुवाई करने वाले जजों में ज्यादातर वो लोग थे जो उनसे और उनके परिवार से नफरत करते हैं और उनकी विरोधी कमला हैरिस के लिए काम करते हैं लेकिन उनके वकीलों ने बताया है कि वो सारे आरोपों से बेदाग निकल जाएंगे।