कांग्रेस नेता राहुल गांधी को हुई दो साल की जेल की तुलना किसान नेता योगेंद्र यादव ने भगत सिंह से करते हुए कहा है कि सच की लड़ाई लड़ने वाले कभी माफी नहीं मांगते।
उल्लेखनीय है कि मोदी सरनेम को देश के भगोड़ों से जोड़ने के जुर्म में राहुल गांधी को सूरत की एक निचली अदालत ने दो साल की सजा सुनाई है और सजा सुनाने के दौरान राहुल ने अदालत में साफ खा था की वो माफी मांगने को तैयार नहीं हैं भले ही अदालत उन्हे जेल में डाल दे।
कांग्रेस के नेता कन्हैया कुमार ने ट्वीट किया है कि भगत सिंह की शहादत के दिन सच की लड़ाई लड़ने पर जेल मिलना राहुल गांधी जैसे नेता के लिए गर्व करने की बात है।
वैसे निचली अदालत ने मानहानि के इस आपराधिक मुकदमे में राहुल गांधी को दी गई सजा की एक महीने के लिए मुल्तवी कर रखा है ताकि वो ऊपरी अदालत में इसे चाहें तो चुनौती दे दें, वहीं तमाम लोग मानते हैं कि अंग्रेजों के बनाए मानहानि कानून के तहत दी गई अधिकतम सजा बड़ी अदालतों में टिकेगी नहीं क्योंकि कानून कहता है कि देशहित और जनहित में सार्वजनिक रूप से कही गई कोई बात मानहानि के दायरे में नहीं आती।
उधर राहुल गांधी की सजा को अगले आम चुनावों को लेकर राजनीतिक नफे नुकसान में तौलने की कवायद भी शुरू हो गई है और जहां कुछ लोग इसे राहुल गांधी की विपक्ष के चेहरे के रूप में स्वीकार्यता से जोड़ रहे है तो वहीं दूसरे लोग इसे राहुल की सांसदी छिनने और फिर भाजपा और मोदी को इसका बड़ा फायदा पहुंचने के तौर पर भी इसे ले रहे है।